खगड़िया | आज दिनांक 28-11-2019 को तिरासी घाट पर खगड़िया-बलिया पुल निर्माण संघर्ष समिति द्वारा जलकौड़ा-तेरासी गांव के बीच बूढ़ी गंडक नदी पर पुल निर्माण हेतु एकदिवसीय उपवास रखा गया। जिसमें पांच हजार से अधिक महिला एवं पुरुष भाग लिया। जिसकी अध्यक्षता मो. अनवर अली नैयर एवं संचालन अमरेश कुमार सिंह ने किया। अपने अध्यक्षीय संबोधन में मो. अनवर अली नैयर ने कहा कि इस क्षेत्र की जनता को पुरा विश्वास था कि 27 नवंबर को स्थानीय विधायक द्वारा पूर्व सूचना के अनुसार माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी अवश्य हीं पुल निर्माण संबंधी सवाल को सुनेंगे और उसपर गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए ठोस कारवाई करेंगे। लेकिन न तो विधायक चंदन कुमार सदन में बोलने का मौका मिला और न हीं किसी प्रकार की घोषणा सरकार द्वारा किया गया। इन्होंने कहा कि यह लड़ाई दस पंचायत की जनता का है। इसलिए हमलोग को न तो किसी दल को या उसके नेता को अपमानित करेंगे और न हीं सम्मानित करेंगे। हमलोगों को निजी स्वार्थ कर जो पुल निर्माण हेतु सार्थक पहल करेंगे उन्हीं को अपना ताज पहनाएंगे। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित युवा शक्ति के प्रदेश अध्यक्ष नागेंद्र सिंह त्यागी ने कहा कि जिस प्रकार बिहार सरकार बार-बार खगड़िया के विकास को दरकिनार करते हैं उससे साबित होता है कि बिहार सरकार खगड़िया के साथ सौतेलापन व्यवहार कर रहें हैं। इन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को यह बताना है कि उन्हें भूलना न चाहिए कि यह वहीं खगड़िया है कि जो 1994 में लवकुश का सम्मेलन करवाकर आपको मुख्यमंत्री के रुप में प्रोजेक्ट किया था और बिहार में लगातार संघर्ष किया गया और 2005 में मुख्यमंत्री का ताज पहनाया। इन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के अधिकारी खगड़िया के महानदानी श्यामलाल ट्रस्ट की जमीन का पर्चा लोगों को दे दिया जाता और मेडिकल काॅलेज व इंजिनीयर काॅलेज स्थापित होने से दूर रखा जाता है। इन्होंने खुले शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि बिहार सरकार खगड़िया के साथ सौतेलापन व्यवहार करना बंद करें। खगड़िया की भोली-भाली जनता पहले सबको सम्मान देती है यदि सामने वाला व्यक्ति सम्मान को कमजोरी और मजबूरी समझते हैं तो लोकतांत्रिक आवाज से समझाना अच्छी तरह जानती है। अपने संबोधन में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष ई. धर्मेन्द्र कुमार, पूर्व प्राचार्य डॉ उमेश प्रसाद, जाप के प्रदेश सचिव सुधांशु यादव, जाप के जिलाध्यक्ष सह मुखिया कृष्णा नन्द यादव, जिला परिषद सदस्य पिंटू कुमार ने कहा कि इस आंदोलन को ऊपर बैठे नेता दल,धर्म, जाति एवं संप्रदाय के नाम पर गलत दिशा में मोड़ने का प्रयास करेंगे। वैसे लोगों से सावधान रहते हुए हमें सिर्फ एक लक्ष्य को हासिल करने के लिए संघर्ष करते रहेंगे। अपने संबोधन में रामनाथ चौधरी, अनिता देवी, पप्पू कुमार, रामबालक सिंह, चंद्रशेखर तांती, मो. मिस्टर, प्रफुल्ल चंद्र घोष, मनीष कुमार, मुन्ना प्रताप ने कहा कि हर अच्छे कार्य में विध्न बाधा आएंगे लेकिन सभी का जबाब हम अपनी चट्टानी एकता से देंगे। इन्होंने संकल्प लिया कि इस पुल के लिए हम किसी भी कुर्बानी के लिए तैयार है। मौके पर जाप के प्रदेश उपाध्यक्ष आशुतोष यादव, युवा शक्ति के कार्यकारी जिलाध्यक्ष अभय कुमार गुड्डू, जाप के प्रदेश सचिव निलेश कुमार यादव, वीरेन्द्र कुशवाहा, स्वराज अभियान के विजय कुमार सिंह, कैलाश कुमार, रमेश चौधरी, मंटून सिंह, सुनिल कुमार, अमित कुमार, दिलचन सिंह, राजदेव चौधरी, रामउदगार साह, राजेश सहनी, किरानी चौधरी, धर्मवीर कुमार सहित सैकड़ों महिलाएँ व पुरुष मौजूद थे।
